Details, Fiction and hindi story
रानी ने सोचा क्यों ना इसे घर ले चलूँ , घर वाले भी खाएंगे।(एक) खजूर के वृक्षों की छोटी-सी छाया उस कड़ाके की धूप में मानो सिकुड़ कर अपने-आपम
रानी ने सोचा क्यों ना इसे घर ले चलूँ , घर वाले भी खाएंगे।(एक) खजूर के वृक्षों की छोटी-सी छाया उस कड़ाके की धूप में मानो सिकुड़ कर अपने-आपम